3-Natak By Vinay Shukla (Hindi) (Hardcover)
This book is written by Vinay Shukla
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Hindi Literature
Jaishankar Prasad ki Rachnaye (H.B)
0 out of 5(0)महाकवि कथाकार नाटककार जयशंकर प्रसाद को कौन नहीं जानता। कक्षा पांचवी से लेकर 12वीं तक ग्रेजुएशन से लेकर पोस्ट ग्रेजुएशन तक हिंदी साहित्य में जयशंकर प्रसाद की रचनाएं देखने को मिलती हैं। जयशंकर प्रसाद का जीवन परिचय और रचनाएं ना केवल पढ़ने में सरल और सुलभ होती है बल्कि हमें यथार्थ ज्ञान और प्रेरणा भी देती है। छायावाद के कवि जयशंकर प्रसाद रचना को अपनी साधना समझते थे। वह उपन्यास को ऐसे लिखते थे मानो जैसे वह उसे पूजते हो। जयशंकर प्रसाद जी के बारे में अभी बातें खत्म नहीं हुई है उनकी कई सारी कविताएं कहानियां है जो आपको यथार्थ का भाव कराएंगी।
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Fiction, Play
The Three Musketeers (Un-Abridged Classic Collector’s Edition) by Alexandre Dumas (HB)
0 out of 5(0)- Page : 649
- ISBN : 9789394885899
- Dimensions : 22.5 x 14.5 x 4 cm
17th century France: Young D’Artagnan leaves his home and travels to Paris with dreams of joining The Musketeers of Guard—the glamourous and gallant group of men who guard Louis XIII, the King of France. There he meets Athos, Porthos and Aramis, the three best musketeers and inseparable friends who believe with all their heart in the words ‘all for one, one for all.’ D’Artagnan rents an apartment above the shop of one Monsieur Bonacieux, hoping to settle into Parisian life and become a proper musketeer quickly. What the young and gallant D’Artagnan does not realise is that he has, inadvertently, landed himself in the very centre of one of the foulest conspiracies in monarchist France. There are love affairs and intrigues, ambushes and wild rides, duels and murders. And as the famous American author and editor Clifton Fadiman says, ‘it is all impossible and it is all magnificient.’
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Hindi Literature
Dhruvswamini (Natak) by Jaishankar Prasad (H.B)
0 out of 5(0)ध्रुवस्वामिनी जयशंकर प्रसाद द्वारा रचित प्रसिद्ध हिन्दी नाटक है। यह प्रसाद की अंतिम और श्रेष्ठ नाट्य-कृति है। इसका कथानक गुप्तकाल से सम्बद्ध और शोध द्वारा इतिहाससम्मत है। यह नाटक इतिहास की प्राचीनता में वर्तमान काल की समस्या को प्रस्तुत करता है। प्रसाद ने इतिहास को अपनी नाट्याभिव्यक्ति का माध्यम बनाकर शाश्वत मानव जीवन का स्वरूप दिखाया है, युग-समस्याओं के हल दिए हैं, वर्तमान के धुंधलके में एक ज्योति दी है, राष्ट्रीयता के साथ-साथ विश्व-प्रेम का सन्देश दिया है। इसलिए उन्होंने इतिहास में कल्पना का संयोजन कर इतिहास की वर्तमान से जोड़ने का प्रयास किया है। रंगमंच की दृष्टि से तीन अंकों का यह नाटक प्रसाद का सर्वोत्तम नाटक है। इसके पात्रों की संख्या सीमित है। इसके संवाद भी पात्रा अनुकूल और लघु हैं। भाषा पात्रों की भाषा के अनुकूल है। मसलन ध्रुवस्वामिनी की भाषा में वीरांगना की ओजस्विता है। इस नाटक में अनेक स्थलों पर अर्थवाक्यों की योजना है जो नाटक में सौंदर्य और गहरे अर्थ की सृष्टि करती है।
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Play
The Comedy of Errors by William Shakespeare (H.B)
0 out of 5(0)William Shakespeare was an English playwright, poet and actor. He is widely regarded as the greatest writer in the English language and the world’s greatest dramatist. He is often called England’s national poet and the “Bard of Avon. shipwrecked by a storm at sea, two sets of identical twins are separated soon after their birth. Years later, when they happen to be in the same city, what follows is a drama of mistaken identities, confusion, and bafflement. The comedy of errors is Shakespeare’s shortest written comedy. A sensational farce, this play continues to be staged worldwide, enthralling the public.
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